PM Vishwakarma Yojana Registration : भारत सरकार देश के पारंपरिक और हुनरमंद कामगारों को नई पहचान देने के लिए लगातार कई योजनाएं शुरू कर रही है। ऐसी ही एक योजना है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना, जिसे मुख्य रूप से पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को आर्थिक मदद और तकनीकी सहयोग देने के लिए शुरू किया गया है। इस योजना का मकसद है कि समाज के उन वर्गों को आगे लाया जाए, जो अपने हुनर से वर्षों से देश की सेवा कर रहे हैं लेकिन अबतक मुख्यधारा से दूर रह गए हैं।
सरकार की इस योजना के तहत लाभार्थियों को न केवल ट्रेनिंग दी जाती है, बल्कि उन्हें टूलकिट, स्टाइपेंड और आसान शर्तों पर लोन की सुविधा भी मिलती है। अगर आप भी किसी पारंपरिक पेशे से जुड़े हैं और अपने काम को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप PM Vishwakarma Yojana Registration की प्रक्रिया को सही तरीके से पूरा करें।
PM Vishwakarma Yojana Registration से जुड़ी अहम जानकारी
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में रजिस्ट्रेशन करना बहुत जरूरी है, क्योंकि बिना रजिस्ट्रेशन के इस योजना के किसी भी लाभ का फायदा नहीं उठाया जा सकता। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक पेशों को नया जीवन देना और ऐसे कामगारों को प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदक का भारत का नागरिक होना जरूरी है और उसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। साथ ही वह व्यक्ति किसी सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए और उसका पारंपरिक व्यवसाय से वास्तविक रूप से जुड़ाव होना चाहिए।
योजना में आवेदन के लिए पात्र व्यवसाय कौन से हैं
इस योजना का लाभ 18 परंपरागत व्यवसायों से जुड़े लोगों को दिया जाता है। इसमें बढ़ई, लोहार, सोनार, कुम्हार, नाई, धोबी, मोची, दर्जी, माली, मूर्तिकार, बुनकर, राजमिस्त्री, मछुआरे, और टोकरियाँ बनाने वाले जैसे कामगार शामिल हैं। सरकार का मानना है कि ये सभी पेशे न केवल सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी हैं।
PM Vishwakarma Yojana में आवेदन कैसे करें: स्टेप वाइज प्रोसेस
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में आवेदन करने के दो तरीके हैं: ऑफलाइन और ऑनलाइन। दोनों ही प्रक्रियाएं बेहद सरल हैं और कोई भी पात्र व्यक्ति इनका पालन करके आवेदन कर सकता है।
ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया
- सबसे पहले अपने नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाएं।
- वहां मौजूद VLE (Village Level Entrepreneur) को योजना के लिए आवेदन करने की जानकारी दें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पहचान पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और पारंपरिक व्यवसाय का प्रमाण साथ लेकर जाएं।
- VLE आपके आधार नंबर के माध्यम से योजना में आपकी पात्रता की जांच करेगा।
- पात्रता पूरी होने के बाद रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरा जाएगा और दस्तावेज अपलोड किए जाएंगे।
- सबमिट करने के बाद आपको एक रसीद दी जाएगी जिसमें आपका रजिस्ट्रेशन नंबर होगा।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
- सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
- ‘Candidate Registration’ सेक्शन में जाकर अपने आधार से ई-केवाईसी करें।
- ई-केवाईसी के बाद मोबाइल नंबर और ईमेल के माध्यम से लॉगिन करें।
- उसके बाद योजना से संबंधित आवेदन फॉर्म को भरें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, व्यवसाय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक आदि अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद आवेदन की पुष्टि का मैसेज आपके मोबाइल पर आएगा।
- आवेदन की स्थिति को आप वेबसाइट पर लॉगिन करके समय-समय पर चेक कर सकते हैं।
PM Vishwakarma Yojana के तहत मिलने वाले लाभ
यह योजना न सिर्फ आर्थिक सहयोग देती है, बल्कि कामगारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें जरूरी ट्रेनिंग और संसाधन भी उपलब्ध कराती है।
- फ्री ट्रेनिंग और स्टाइपेंड: योजना के तहत लाभार्थियों को 5 से 10 दिन की बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वे अपने पेशे में और कुशल बन सकें। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड दिया जाता है।
- ₹15,000 की टूलकिट सहायता: योजना से जुड़ने के बाद सरकार की ओर से ₹15,000 की टूलकिट राशि दी जाती है ताकि वे अपने व्यवसाय के लिए जरूरी औजार खरीद सकें।
- सस्ती ब्याज दर पर लोन: शुरुआत में ₹1 लाख तक का लोन बेहद कम ब्याज दर पर दिया जाता है। इस लोन को समय पर चुकाने पर लाभार्थी को आगे ₹2 लाख का अतिरिक्त लोन भी मिल सकता है।
- डिजिटल प्रमाणीकरण और पहचान पत्र: योजना में शामिल लोगों को डिजिटल सर्टिफिकेट और एक विश्वकर्मा कार्ड भी दिया जाता है, जो उनके पहचान के रूप में काम करता है और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ता है।
- मार्केट लिंकिंग और ब्रांडिंग सपोर्ट: केंद्र सरकार की ओर से ऐसे कारीगरों को उनके उत्पादों के लिए बाजार से जोड़ा जाता है ताकि उनकी कमाई बढ़ सके।
विश्वकर्मा योजना: आत्मनिर्भर भारत की ओर एक मजबूत कदम
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक ऐसा प्रयास है जिससे लाखों पारंपरिक कारीगरों को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। यह योजना केवल एक आर्थिक सहायता योजना नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के लिए सम्मान और पहचान का माध्यम बन रही है जो वर्षों से अपने काम के जरिए समाज और देश की सेवा कर रहे हैं।
आज के डिजिटल और तकनीकी युग में जब हर पेशे को आधुनिकता की जरूरत है, तब सरकार की यह योजना इन कारीगरों को नए संसाधनों से लैस करके उन्हें प्रतिस्पर्धा के लायक बना रही है।
अगर आप भी किसी पारंपरिक काम से जुड़े हैं, तो इस योजना का लाभ उठाकर आप न केवल अपने काम को आगे बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने परिवार को एक बेहतर भविष्य भी दे सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप समय रहते योजना में आवेदन करें और इसकी सभी शर्तों को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें।